एक ऐसा शहर जिसकी बनावट दिखती है शिवलिंग की तरह

हिन्दु धर्म में भगवान शिव का सबसे बड़ा स्थान है. इन्हें कई नामों से लोग पुकारते हैं. कोई इन्हें भोले बाबा कहता है, तो कोई देवों के देव महादेव और कोई काल के भी काल महाकाल. शिव एक ऐसे भगवान हैं जिनके लिंग की भी पूजा की जाती है और इसे सिर्फ़ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में पूजा जाता है. दुनिया के अलग-अलग हिस्सो में मिलने वाले शिव लिंग इस बात को प्रमाणित भी करते हैं.

भारत और श्रीलंका के अलावा भगवान शिव की पूजा के प्रमाण रोमन के वक़्त में भी मिलते हैं. पुरातत्व विभाग को Babylon नामक एक पुराने शहर में शिवलिंग मिले थे. ये शहर रोमन्स के वक़्त का है, और खुदाई के दौरान शहर के कई हिस्सो में पुरातत्व विभाग को शिवलिंग मिले थे.दरअसल हम जिस शहर की बात कर रहे हैं वह इटली के रोम में बसा हुआ है. इस शहर का नाम है वेटिकेन सिटी. यह शहर इसाई धर्म का सबसे बड़ा पवित्र स्थान माना जाता है लेकिन इस शहर की बनावट बिलकुल शिवलिंग जैसी है. यह सोचनीय विषय है.

क्या कहते हैं इतिहासकार इस नगर के बारे में

वेटिकन शब्द संस्कृत भाषा के शब्द वाटिका से लिया गया है जिसका अर्थ है वैदिक सांस्कृतिक केंद्र. इतिहासकार पी.एन.ओक की मानें तो धर्म चाहे कोई भी हो उसका उद्भव सनातन धर्म यानि की हिन्दू धर्म में से ही हुआ है. अपने दावो को आधार देने के लिए पी.एन. ओक ने कई उदाहरण भी पेश किए हैं जिनमें से रोम का वेटिकन शहर प्रमुख है.

वेटिकन शहर की संरचना और शिवलिंग की आकृति में एक गजब की समानता है. शिव के माथे पर तीन रेखाएं (त्रिपुंडर) और एक बिन्दु होती हैं, ये रेखाएं शिवलिंग पर भी समान रूप से अंकित होती हैं। ध्यान से देखने पर आपको समझ आएगा कि जिन तीन रेखाओं और एक बिन्दू का जिक्र यहां कर रहे हैं वह पिआजा सेन पिएट्रो के रूप में वेटिकन शहर के डिजाइन में समाहित है।

 

 

दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक, 18 मिलियन डालर से न्यू जर्सी में निर्माण

Leave a Comment