जिंदगी किसी भी साधन की मोहताज़ नहीं होती ये साबित किया है पूर्वोत्तर चीन के Yeli गांव के रहने वाले दो दोस्तों ने पिछले 13 साल से अपना जीवन पर्यावरण को हरा भरा करेने के लिए दिया हुआ है. हर रोज़ Jia Haixia और Jia Wenqi आठ हैक्टर ज़मीन पर पेड़ लगाते और उनकी देखभाल करते हैं, ताकि उनका गांव बाढ़ से बच सके और प्राकृतिक रूप से बेहतर हो सके. असल जीवन की इस सच्ची कहानी में सिर्फ़ पर्यावरण पर ही गौर करने की बात नहीं है. लेकिन सबसे खास बात ये है कि Wenqi के दोनो हाथ नहीं हैं और Haixia दृष्टिहीन हैं. ये दोनों पिछले 13 साल से एक दूसरे की आंख और हाथ भी हैं.
दोनो रोज एक हथौड़ा और लोहे की कुदाली लेकर जंगल की ओर जाते हैं. आगे-आगे Wenqi चलते हैं और Haixia उनकी शर्ट की बाजू पकड़ कर उनके पीछे चलते हैं दोनों एक दूसरे के लिए आंखे और हाथ का काम करते है. दोनो जब नदी के पास पहुंचते हैं, Haixia, Wenqi की पीठ पर चढ़ कर नदी पार करते हैं, ताकि बहाव से वो न गिरे.
बचपन में साथ स्कूल जाते थे पर स्कूल के बाद दोनों अलग हो गए. पर किस्मत ने इनके लिए कुछ और ही सोचा था, शायद इनको मिलना था. Haixia, बचपन से सिर्फ़ एक आंख से दृष्टिहीन था फिर साल 2000 में एक फ़ैक्ट्री हादसे की वजह से पूरी तरह दृष्टिहीन हो गए. दूसरी तरफ़ Wenqi महज़ तीन साल के थे, जब उन्होंने अपने हाथ से हाई वोल्टेज बिजली की तार छू ली थी, जिसके बाद उन्होंने अपने हाथ खो दिए थे.
दोनों की ज़िन्दगी पूरी तरह उनके परिवार पर निर्भर हो चुकी थी. Haixia जब पूरी तरह दृष्टिहीन हुए तो उनकी नौकरी भी चली गई और वो डिप्रेशन का शिकार हो गए थे. उनका बेटा चार साल का था और उनकी पत्नी भी बीमार रहने लगी थी. परिवार में कमाई की जोआखिरी उम्मीद थी वो भी ख़त्म हो चुकी थी. दूसरी तरफ़ Wenqi बचपन से दूसरे लोगों के भरोसे था. वो कोशिश करता कि अपना ज़्यादा से ज़्यादा काम खुद कर सके. उन्होंने बिना हाथ के काम करना सीख लिया था. पढ़ाई खत्म करने के बाद वो लोकल वन विभाग की मदद से काम करने लगे. वो बागीचे में फल की देख रेख और पेड़ पौधों को पानी देते थे. इस तरह उन्होंने वो काम पूरी तरह सीख लिया.
सालों बाद जब दोनो दोबारा मिले तो उनकी मजबूरी और ज़रूरतें एक थीं शायद वो एक दूसरे के पूरक थे. दोनो ने तय किया कि वो एक साथ काम कर पैसे कमाएंगे. दोनो को पेड़-पौधों से काफी लगाव था. उन्हें इसी के साथ अपने नए काम का विचार भी आया. उन्हें सरकारी ज़मीन किराए पर मिल गई जहां उन्होंने पेड़ लगाने और पर्यावरण की देखभाल करने की सोची.
Haixia के मुताबिक उनके लिए ये कोई मुशकिल काम नहीं है. वो विकलांग हैं और अपने परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते थे. अगर उनकी मानें तो ये पेड़ अगले 10 साल में बड़े हो जाएंगे और उन्हें पैसे मिलेंगे.
उनका काम ज़्यादा से ज़्यादा पेड़ लगाना है और मौजूदा पेड़ों की देख-रेख करना. पिछले 13 सालों ने उन्होंने दस हज़ार से भी ज्यादा पेड़ लगाए हैं, जिनमें से तीन हज़ार मर चुके हैं. भले ही ये काम धीरे चल रहा हो लेकिन आठ में से तीन हैक्टर ज़मीन पेड़ से भर चुकी है और कई पंछियों के घोंसले उसमें बन गए हैं.
दोनों का काम करने का तरीका इतना अच्छा है कि काम करने वक़्त दोनो एक हो जाते हैं. जब उन्होंने काम शुरु किया था, गांव वाले उनके साथ नहीं थे, अब सालों बाद उनका नज़रिया बदल चुका है. जहां नदी के पास कोई पेड़ नहीं दिखता था, वहां अब चारों तरफ़ हरियाली है. अब गांव वाले भी कुछ न कुछ मदद करते हैं इनकी.
हाल ही में डॉक्टरों से ख़बर आई है कि Haixia की आंख ठीक हो सकती है, वो बस डोनर की वेटिंग लिस्ट में है. Haixia का कहना है कि आंखें ठीक होने के बाद भी वो Wenqi के साथ ऐसे ही पर्यावरण की देखभाल करते रहेंगे. ताकि उनकी आने वाली जनरेशन उस हरियाली की देख सके जो मौजूदा समय में कम होती जा रही है. ऐसे ही जागरूकता की जरूरत हम सभी हाथ और आँख वालो लोगो को है जो अपने पर्यावरण के प्रति बिलकुल भी सजग नहीं है.
शायद ये एक सच्ची कहानी आप लोगो को भी मजबूर कर सके अपने पर्यावरण को बचाने के लिए. और हम एक ऐसे युग का निर्माण कर सकें जहाँ हमारी आने वाली जनरेशन अपने बचपन के लम्हो को यादगार बने सके