एक मछली विक्रेता की बेटी, बिहार के सारण जिले (रसौली, मसरख) के 23 वर्षीय सबिता महतो ने देश और प्रदेश बिहार के मान मर्यादा को जिस तरह बढ़ाया है लेकिन काश ही उनकी प्रतिभा को वो ऊंचाई या विश्वास मिला जो उसे मिलना चाहिए। कुछ लड़कियां जिस उम्र में कुछ सोचती हैं उस उम्र में इस बिहारी बाला ने पुरे देश का भ्रमण साइकिल द्वारा कर डाला और देश के पांच शीर्ष चोटियों को फतह किया।
पांच शीर्ष चोटियों – सतोपंत (उत्तराखंड), केदरडोम (उत्तराखंड), गौरीचेन (आंध्र प्रदेश), रेनॉक और सोतेके कांगरी (लद्दाख) पर विजय प्राप्त करने के बाद – प्रत्येक ऊंचाई 5000 मीटर की ऊंचाई पर, उसने अब माउंट एवरेस्ट पर अपनी आँखें लगाई हैं, दुनिया की सबसे ऊंची चोटी 8,848 मीटर की दूरी पर, लेकिन वित्तीय बाधाएं उसके आड़े आ रही है और उसके सपने टूटते नजर आ रहे हैं। इस महीने के अंत तक उसको अपनी वित्तीय परेशानी को दूर कर कंपनी को सूचित करना है।
सबसे ख़ास बात की दुनिया की सबसे छोटी लड़की जो एवेरेस्ट फतह का सोच रही है जो पहली बार एक साइड (North East Ridge) से उसपर चढ़ दूसरे साइड (South East Ridge) से उतर एक नया कीर्तिमान स्थापित करना चाहती हैं। खर्चे का विवरण निचे देख सकते हैं –


सबिता से एक मुलाक़ात में बात होने पर उन्होंने बताया “मेरी तैयारी पूरी हो चुकी है मैं प्रायोजन के लिए इंतजार कर रहा हूं क्योंकि मुझे एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए कम से कम 34 लाख रुपये खर्च होंगे।” सविता ने कहा कि भूगोल में स्नातक होने के दौरान पर्वतारोहण में रुचि पैदा हुई थी। पर कोई भी स्पांसर उन्हें नहीं मिला। थोड़ा मायूस और भावनात्मक होकर उन्होंने बताया की बिहार सरकार से भी सांत्वना ही मिला और विश्वास, भरोषा और सांत्वना में एक साल व्यर्थ चले गए। मंत्री, संत्री, मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक कई पत्र व्यवहार और ट्विटर पर ट्वीट करने के बाद भी निराशा ही हाथ लगी है।
सबिता ने कहा की जो मैंने काम किया उस काम से बिहार और भारत सरकार बिलकुल अनजान ही बैठी है। टैलेंट की कोई कदर ही नहीं …वो आगे चल इस चीज़ को लेकर फाइट करेंगी जैसी बात रखी की देश और प्रदेश की प्रतिभा को यूँ ही निराश होकर दम न तोडना पड़े।