अभिराम शर्मा के समर्थन में जहानाबाद पहुंचे संतोष महतो, चुनाव प्रचार को मिला बल

जहानाबाद, बिहार 

बिहार में अररिया लोकसभा और जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीट के लिए आगामी 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में जदयू ने जहानाबाद से अभिराम शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया है. बिहार के अररिया लोकसभा सीट से राजद सांसद रहे मोहम्मद तस्लीमुद्दीन, भभुआ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक आनंद भूषण पांडेय और जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक मुंद्रिका सिंह यादव के निधन के बाद इन सीटों के रिक्त होने पर चुनाव आयोग द्वारा इन सीटों पर आगामी 11 मार्च को उपचुनाव की घोषणा की गयी है.

JDU State Vice President Santosh Mahto In Jehanabad

आज जदयू के कर्मठ, शिक्षित, जुझारू व् युवा नेता सह अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष महतो जहानाबाद पहुंचे। बुद्ध बिहार कॉलोनी में अभिराम शर्मा व् पार्टी के समर्थन में गए संतोष महतो ने आम जनता व् कार्यकताओं को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा की नितीश कुमार ही एकमात्र विकल्प हैं और उनके कार्यों को देखते हुए वोट करने की अपील की। मौके पर पूर्व विधायक मंटू सिंह, विधान पार्षद ललन शराफ, श्रवण कुमार व् अन्य लोग उपस्थित थे। उन्होंने मुख्यमंत्री नितीश कुमार के फैसले और अब तक के कार्यों का स्वागत किया|

अभिराम शर्मा के समर्थन में जहानाबाद पहुंचे संतोष महतो, चुनाव प्रचार को मिला बल

कहा जाता है की संतोष महतो का अतिपिछड़ा समाज में मजबूत पकड़ के साथ स्वर्ण व् दलित में भी एक अलग छाप हैं। छपरा निवासी संतोष महतो आगामी चुनाव में तरैयां विधान सभा के भावी उम्मीदवार के रूप में भी एक विकल्प नजर आने लगे हैं। श्री महतो के जहानाबाद पहुँचते ही पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनता में भी जोश दिखा और लोग बढ़चढ़ कर चुनाव प्रचार व् पार्टी के समर्थन में दिखे।

बिहार में अररिया लोकसभा और जहानाबाद और भभुआ विधानसभा सीट के लिए आगामी 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में पूर्व में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का मन बना चुके जदयू ने अपना इरादा बदलते हुए जहानाबाद से अभिराम शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया है.

जब भाजपा और जेडीयू का गठबंधन था तब जहानाबाद सीट से नीतीश कुमार की पार्टी ही लड़ती रही है. 2010 में अभिराम शर्मा इस सीट से जेडीयू के उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए थे. पिछले चुनाव में ये सीट नीतीश कुमार ने तब के अपने सहयोगी राजद के लिए छोड़ी थी और तब मुंद्रिका सिंह यादव जीते थे.

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