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अफवाहों पर ध्यान न दे, RNSS लिखेगी एक दिन इतिहास : डॉ मनीष

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रचनात्मक नोनिया संयुक्त संघ शिक्षा और सामाजिक क्षेत्रों में एक छोटी सी शुरुवात कर पुरे देश में समाज और राष्ट्र के लिए एक मिशाल बन गयी है। गांव गांव दौरा और जागरूकता उत्पन्न कर इस संस्था ने गांव के बच्चों और अभिभावकों को शिक्षा और समाज के साथ राष्ट्र के लिए जागरूक कर उत्कृष्ट प्रदर्शन प्रस्तुत किया है।

हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में RNSS के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मनीष रौशन ने कुछ ऐसे ही संस्था से सम्बंधित विचार साझा किये।

डॉ मनीष रौशन ने बताया की अब तक RNSS के बिहार जागरूकता अभियान के तहत कई जिलों का दौरा उनकी संस्था ने किया जिसमे गाडी, पेट्रोल, रहना, खाना, यात्रा आदि सब का खर्च उनलोगो का निजी खर्च रहा है। किसी व्यक्ति के माध्यम और सुझाव द्वारा ही शिक्षा सेंटर का शुरुवात संस्था द्वारा हुवा जहाँ समय समय पर नोटबुक पेन पेन्सिल भी उपलब्ध कराये जाते रहे। सुचारु रूप से कई शिक्षा सेंटर १ साल के ऊपर की अवधि से चलते आ रहे हैं जिसमे पुरे टीम का अपने लेवल से सहयोग रहा और संस्था के नियम के तहत सबके अपने सहयोग रहे। कोई मानसिक, शारारिक, आर्थिक जिसमे सक्षम रहा उस तरह से सहयोग किये।

उन्होंने बताया की कुछ असामाजिक तत्त्व जिनको एक नियम के तहत संस्था से बाहर किया गया या कुछ खुद छोड़ गए अब गलत प्रचार प्रसार कर संस्था को धूमिल करने की कोशिश में लगे हैं और साथ ही कई शिक्षा सेंटर पर अब RNSS के बैनर हटाकर नया NGO का बैनर लगा समाज सेवा से ज्यादा पब्लिसिटी का माध्यम बना लिए है जो बहुत ही शर्मनाक घटना है। ऐसी दो घटना शेखपुरा(छपरा) व् बड़का गांव(सीवान) अभी तक प्रकाश में सामने आये हैं। डॉ मनीष ने बताया की संस्था किसी एक के विचार या सोच या मेहनत से कभी नहीं चल सकती और न ही ऐसा होता है की हम जो सोचे उसके अनुरूप ही कोई कार्य हो तो इसका मतलब ये नहीं की आप कुछ भी अशब्द भाषा या टिपण्णी का प्रयोग करे।

RNSS द्वारा संचालित शेखपुरा शिक्षा सेंटर का एक दृश्य
RNSS टीम के दौरे के दौरान शेखपुरा में शिक्षकों के साथ एक फोटोग्राफ

अंत में उन्होंने ये भी बताया की RNSS के ही प्रमुख सदस्यों द्वारा जमा हुयी 28000 की धनराशि भी गबन कर लिया गया और साथ ही संस्था द्वारा ख़रीदे गए दवाइयों, सिलाई मशीन और नोटबुक का भी हिसाब कई सदस्य संस्था से निकानले या छोड़ के चले जाने के बाद नहीं दिए और उल्टा आरोप लगा खुद को आदर्श साबित करने लगे। और उसी राशि और साधनो को प्रयोग कर RNSS को गलत दिखाने की दिशा में कार्यरत हैं।

RNSS टीम बिहार दौरे के दौरान बड़कागांव में
बड़का गांव के शिक्षा सेंटर का एक दृश्य

सेवा अपने स्वेक्षा अनुसार और श्रद्धा से RNSS करती है और न ही इसे किसी को प्रमाण देने या लेने की जरुरत है। हमारे सस्न्था के कोर कमिटी जो निर्णय लेगी वो मान्य होगा और RNSS पहले के तरह की कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा की जल्द ही कुछ सेंटरों का दौरा कर आगे की सुचना समस्त सदस्यों को फेसबुक पेज के माध्यम से सूचित कर दी जायेगी।

डॉ मनीष ने कहा की अफवाहों और गलत संदेशों पर ध्यान न दे. इस तरह के मामले अच्छे कार्यों के रास्ते में हमेशा आते हैं। एकजुट होकर आगे बढ़ मुकाल हासिल करना ही लक्ष्य बनाये। RNSS जरूर एक दिन इतिहास लिखेगी।

RNSS के फेसबुक पेज पर समस्त शिक्षा सेंटर व् कार्यों को देखने के लिए यहाँ क्लिक करे 

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