पटना: बिहार की मिट्टी ने अपनी प्रतिभा का लोहा दुनिया भर में मनवाया है। इसी कड़ी में अब सहरसा के सरोज झा का नाम जुड़़ गया है, जिन्होंने विश्व बैंक के सीनियर निदेशक का पद हासिल कर बिहार के साथ साथ देश का नाम रौशन किया है।
सहरसा जिले के बनगांव निवासी सेवानिवृत्त बीडीओ मदन मोहन झा व कुंता देवी के पुत्र सरोज कुमार झा 1990 बैच के आइएएस अधिकारी रह चुके हैं। उन्होंने कानपुर आइआइटी से सिविल इंजीनियङ्क्षरग व डवलपमेंट इकोनॉमिक्स की डिग्री हासिल की है।
सरोज झा आइएएस अधिकारी बनने के बाद उड़ीसा कैडर में विभिन्न पदों पर काबिज रहे। भारत सरकार के गृह मंत्रालय में आपदा विशेषज्ञ के पद को भी उन्होंने सुशोभित किया। 31 जनवरी तक सरोज कुमार झा विश्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक मध्य एशिया के रूप में कजाकिस्तान में पदस्थापित थे।
अब एक फरवरी को विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यंग ङ्क्षकग ने उन्हें कमजोरी, टकराव व ङ्क्षहसा की चुनौती से निपटने के लिए अग्रणी नेतृत्व की भूमिका निभाने का काम सौंपा है।
स्कूली शिक्षा हुई गांव में
सरोज कुमार झा की स्कूली शिक्षा बनगांव एलीमेंट्री स्कूल में हुई जबकि मिडिल बेगूसराय और हाई स्कूल तक की शिक्षा पथरगामा (अभी झारखंड) में हुई। संत जेवियर्स, रांची से उन्होंने इंटर किया और फिर आइआइटी में उनका सेलेक्शन हो गया।
World Bank Senior Director Saroj Jha Profile
2005 में की करियर की शुरुआत
सरोज झा ने विश्व बैंक में अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2005 में की थी। उस समय वे वरिष्ठ ढांचागत विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किए गए थे। इससे पूर्व वे यूनाइटेड नेशन के डवलपमेंट प्रोग्राम के लिए सीनियर एग्जीक्यूटिव के रूप में काम कर चुके हैं।
गांव में है जबरदस्त उत्साह
सरोज कुमार झा की इस उपलब्धि पर उनके मुहल्ले और गांव के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। अपने घर और यहां की माटी से सरोज का गहरा लगाव है। यही वजह है कि वे हर दो-तीन माह पर एक बार जरूर सहरसा आते हैं।
कहा सरोज झा ने-
सहरसा और कोसी क्षेत्र पर मुझे गर्व है। इस इलाके में काफी संभावनाएं हैं।
विश्व बैंक का सीनियर निदेशक बनने के बाद वे जल्द ही सहरसा आएंगे। सहरसा में उनके माता-पिता रहते हैं।
– सरोज कुमार झा, आइएएस