पिता और बेटे का रिश्ता एक अटूट रिश्ता होता है| पिता एक दोस्त के साथ एक अभिभावक का फ़र्ज़ बखूबी निभा जाते हैं| उनकी डाँट भी मिलती है और दुलार भी| कभी कभी गुस्से भी आते हैं पर मुसीबत में सबसे पहले कोई नाम याद आता है तो वो हैं पापा जो हर दुःख को अपने ऊपर लेकर बेटे को सुखी देखना चाहते हैं|
ऐसी ही पिता की इस अटूट डोर पर बनी बॉलीवुड की कुछ फिल्मों पर आज नजर डालते हैं-
पीकू
पा
चाची 420
रिश्ते
वक़्त