बारिश की वजह से घटी सब्जी की सप्लाई, 10 दिन में रेट 50 से 100% तक बढ़े

प्री-मानसून में तेज बारिश खरीफ फसलों के लिए तो बेहतर साबित हुई है लेकिन, सब्जी के लिए नुकसानदायक रही। टमाटर और बाकी मौसमी सब्जियां इस बारिश में बर्बाद हो गई हैं। हालात यह हैं कि टमाटर समेत कुछ सब्जियों के रेट एक सप्‍ताह में दोगुने से भी ज्‍यादा बढ़ गए हैं। वहीं, खास सब्जियों के रेट 40 से 50 फीसदी तक बढ़ गए हैं।…
कारोबारियों और ग्राहकों के मुताबिक, अमूमन ये हालात 15 जुलाई के आसपास बनते थे लेकिन, इस बार जून से ही कीमतें आसमान छू रही हैं। 20-30 से 70 रुपए तक हुआ टमाटर

मंडियों में कम आवक से बढ़े सब्ज्यिों के रेट  – प्री-मानसून बारिश की वजह से नॉर्थ इंडिया की बड़ी मंडियों (दिल्‍ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद) में सब्जियों की आवक कम हो गई…
दिल्‍ली आजादपुर मंडी के सब्‍जी कारोबारी विरेश मित्‍तल ने बताया कि पिछले 15 दिनों में सब्जियों की आवक 40 फीसदी तक कम हो गई है। इसके चलते रेट 20% से 50% तक बढ़ गए हैं। दिल्‍ली आजादपुर मंडी में ताजा सब्जियां ज्‍यादातर मुरादाबाद, अमरोहा, मुजफ्फरनगर से आती हैं। इन जगहों पर बीते दिनों जोरदार बारिश हुई है। लिहाजा, कुछ सब्जियां खराब हो गईं, तो कई जगह खेतों में पानी भरने से सब्जियों की तुड़ाई नहीं हो पाई।

रिटेल में और बढ़ गए रेट  – थोक बाजार में सब्जियों की आवक कम होने से रीटेल बाजारों में इनके रेट्स में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। करीब एक हफ्ते पहले 30 से 35 रुपए किलो बिकने वाली शिमला मिर्च 50 रुपए किलो पर पहुंच गई है। लौकी का रिटेल रेट 20 रुपए से बढ़कर 35-40 रुपए किलो हो गया है। वहीं, गोभी 20 रुपए किलो से 40 रुपए किलो तक हो गई है।

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