भारत के ऐसे 5 ऐतिहासिक जेल, जहां खिंचे चले आते हैं पयर्टक

जेल का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में क्राइम शब्द घूमने लगता है. लेकिन अगर हम आपसे ये कहें कि दुनिया में कई जेल ऐसी हैं, जो अब टूरिस्ट स्पॉट बन चुकी है, तो इसे सुनकर शायद आपको इन जेलों में घूमने की इच्छा होने लगेगी. आइए, हम आपको बताते हैं ऐसी दिलचस्प जेलों के बारे में, जिनका ऐतिहासिक रूप से से भी बहुत महत्व रहा है.

सेल्यूलर जेल 

भारत के अंडमान निकोबार द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में बनी इस जेल को खासतौर पर पर्यटकों के घूमने के लिए बनाया गया है. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यहां सेनानियों को काला पानी की सजा दी जाती थी.

राजमुद्री जेल, आंध्र प्रदेश 

डच यहां पर व्यापार के लिए आए थे. उन्होंने राजमुद्री किला बनवाया था. 1870 में इस किले को जेल में बदल दिया गया. अब यहां टूरिस्ट इस जेल को देखने के लिए आते हैं.

हिजली जेल 

बंगाल के मिदनापुर में बनी इस जेल में आजादी से पहले पुलिस द्धारा दो निहत्थों को मार दिया गया. जिस पर रवीन्द्र नाथ टैगोर और सुभाष चंद्र बोस ने आवाज उठाई थी. अब यहां रवीद्रनाथ और सुभाषचंद्र की तस्वीरे लगी हुई है.

वाइपर आइसलैंड 

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बनी इस जेल में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई सेनानियों को टॉर्चर किया गया था. इस कारण यह जेल आजादी के संघर्ष की गवाह भी कही जाती है.

अलीपोर जेल 

ब्रिटिश काल में इस जेल को अंग्रेजों ने बनवाया था. यहां पर भी स्वतंत्रता सेनानियों को टॉर्चर किया जाता था. इस जेल में आज भी कई पुराने सजा देने के हथियार रखे हुए हैं.

Leave a Comment