युवा नेता राजेश पर मुकदमा (FIR on jdu leader Rajesh) – आज कल लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल कुछ ज्यादा की गरम चल रहा है। आये दिन आरोप प्रत्यारोप के साथ कई तरह के विवाद आम हो गए हैं। अपने हक़ और समाज की राजनितिक भागीदारी को लेकर महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र निवासी और जदयू के युवा नेता राजेश प्रसाद और उनके परिवार के ऊपर मुकदमा भी कुछ अजीब सा लगा। राजेश पढ़े लिखे युवा तेजतर्रार और जदयू के खासे परिचित चेहरे महाराजगंज लोकसभा में रहे हैं। उनके पिता टुनटुन प्रसाद भी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं। सूत्रों के अनुसार ये राजनितिक षड़यंत्र ज्यादा लगता है कि सीधा जान लेने और जान से मारने का FIR राजेश पर थोप दिया गया।
कहीं कोई राजनितिक षड्यंत्र तो नहीं?
सूत्रों से पता चला कि राजेश इस बार के लोकसभा में शोषित वंचितों और अतिपिछड़ा कि हिमायत और अतिपिछड़ा के बेटे को टिकट देने की बात मजबूती से पार्टी में उठाते आ रहे हैं। नोनिया समाज से आने वाले राजेश अपने समाज और उसकी पुरे लोकसभा क्षेत्र में १५०००० वोट को लेकर हमेशा आबादी के अनुसार में न्याय के समर्थन में दीखते रहे हैं।
न्यायिक प्रक्रिया प्रमुख
बाकी न्यायिक प्रक्रिया प्रमुख है अगर राजेश सही में दोषी हैं तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए या ये एक राजनितिक षड्यंत्र भी हो सकता है वंचित, शोषित और अतिपिछड़ों के हक़ को कुचलने का।